Wednesday, July 31, 2024

लंदन में जाकर भारत का बदला लेने वाले महान क्रांतिकारी सरदार उधम सिंह जी के बलिदान दिवस पर प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट का नामकरण शहीद के नाम पर रखे उत्तर प्रदेश सरकार,,,,,,,,,, बी एस बेदी

 क्रांतिकारी संगठन आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्त संगठन के बैनर तले राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी के नेतृत्व में ,नगर में  गुरु नानक रसोई पर देश की आजादी के महान क्रांतिकारी सरदार उधम सिंह जी का बलिदान दिवस मनाया जिसमें नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवीगण उपस्थित रहे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी वीर सुरेन्द्र पाल सिंह यादव और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी ने एवं समस्त विशिष्ट अतिथि , डॉ अनिल वार्ष्णेय , वरिष्ठ पत्रकार हेमंत उपाध्याय , सरदार मनिंदर सिंह , प्रेसक्लब के अध्यक्ष अरूण रावत एवमसमाजसेवी पदाधिकारियों ने शहीद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया , राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी ने कहा सरदार उधम सिंह को भारतीय इतिहास में एक महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में याद किया जाता हैं। उनका  जन्म पंजाब प्रांत के  जिला संगरूर के  सुनाम गांव में  एक गरीब परिवार में 26 दिसंबर 1899 में हुआ था इनके पिता का नाम तेहाल सिंह जम्मू माता का नाम नरैण कौर था
 गदर पार्टी के सदस्य रहे उन्होंने 13 अप्रैल 1919 को पंजाब के अमृतसर में ‘जलियांवाला बाग़ हत्याकांड’ के जघन्‍य नरसंहार को अंजाम देने वाले और पंजाब के तत्‍कालीन गर्वनर जनरल ‘माइकल फ्रांसिस ओ डायर’ को 21 साल बाद लंदन में जाकर गोली मारी थी। वहीं इस घटना के बाद वे वहाँ से भागे नहीं बल्कि अपनी गिरफ्तारी दे दी। 
  ऐसे वीर योद्धा के बलिदान दिवस पर पर आज हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते हैं प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट  सरदार उधम सिंह जी के नाम पर रखा जाए यह सरकार की ओर से शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी मुख्यातिथि वीर सुरेंदर पाल सिंह यादव ने कहा ,  आज़ादी के वीर सपूतों को देशवासियों को याद करना चाहिए आज हम इन वीरों के बलिदान की वजह से आजादी की खुली सांसें ले रहे हैं अगर वीर अपना बलिदान नहीं देते तो आज भी हम गुलाम होते विषिट अतिथि डॉ अनिल वार्ष्णेय ने कहा  यह देश का दुर्भाग्य है वीरों को भारत और सम्मान नहीं मिला आजाद देश में   आजाद भारत की सरकारों को जानकारी वीरों को भारत और सहित जैसा समान देने में जे नहीं करनी चाहिए , , 
हेमन्त उपाध्याय ने कहा  सरदार उधम सिंह जी ने भारत की वीरता का परचम विदेशों तक लहराया  दुश्मन को मार कर वह अपने स्थान से भागे नही थे हालांकि इसके बाद उन पर मुकदमा चला और 31 जुलाई 1940 को लंदन के कॉक्सटन हॉल में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। किंतु तत्कालीन ब्रिटिश जनरल को उनके देश में मारने का जो काम उन्होंने किया था, उसकी सराहना हर एक क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी ने की। 
 
उपस्थिति समाजसेविगण  
  
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष  मुख्य अतिथि , वीर सुरेन्द्र पाल सिंह यादव ,, विशिष्ट अतिथि  डॉ अनिल वार्ष्णेय , सरदार मनिंदर सिंह, , दीपक सलूजा पश्चिमी प्रदेश प्रभारी,  हेमंत  उपाध्याय टीवी रिपोर्टर , पवन कक्कर प्रदेश संगठन मंत्री, सरदार इंद्रपाल से प्रदेश सचिव,  अरूण रावत अध्यक्ष  प्रेस क्लब टूंडला ,वीरेंद्र कुमार जिला संरक्षक, समाजसेवी शहीद कुरेशी, कवि ध्रुव दीक्षित,, समाजसेवी  योगेश चौधरी ,  समाजसेवी सुनील टैगोर , समाजसेवी  एस के खान, संजय गुप्ता दुर्गाहार्डवेयर , जगदीश प्रसाद , संजय निषाद ,   सुरेंदर सिंह चौहान ,संजय धाकरे ,  ठा अरनेस सिंह ,रिंकू अरुण , पप्पू भाई , रामेश्वर , दिलीप कुमार  , राजखारे आदि मौजूद रहे। समझो भारत न्यूज शामली उत्तर प्रदेश से पत्रकार शौकीन सिद्धिकी के साथ प्रैस फोटोग्राफर तल्हा मिर्ज़ा की रिपोर्ट 
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Sunday, July 28, 2024

सौंदर्य सुहाग सौभाग्य का अद्भुत संग्रह झूम के नाची महिलाएं

आया सावन झूम के, सीजन 8, सौंदर्य सुहाग सौभाग्य का अद्भुत संग्रह, झूम के नाची महिलाएं 
हरी पारंपरिक वेशभूषा में 16 श्रृंगार करके सभी बहनों ने नृत्य संगीत कजरी और माता रानी के गीत सुनाएबैदेही वेलफेयर फेडरेशन अध्यक्ष डॉ रूबी राज सिन्हा हर वर्ष महिलाओं का धर्म संस्कृति से जुड़ा हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम करती आ रही है जिसके अंतर्गत इस बार सीजन 8 के अंतर्गत झूम के नाची महिलाएं  हरे वस्त्र 16  श्रृंगार से पर्व पूर्ण महिलाओं ने माता रानी की आरती करके कार्यक्रम की शुरुआत की माता रानी की आरती के बाद सभी बहनों का परिचय हुआ और उसके बाद कजरी तीज महादेव के गाने और फिल्मी गानों पर नृत्य किया गयाइस कार्यक्रम में जानकीपुरम की पार्षद और फैजुल्लागंज की पार्षद आदरणीय श्रीमती रश्मि सिंह भाभी जी और आदरणीय श्रीमती राजकुमारी मौर्य भाभी जी दोनों लोग उपस्थित रही दोनों लोगों ने माता रानी के आगे दीप जलाकर सभी बहनों को सदा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद दिया साथ ही दोनों भाभियों ने सभी महिलाओं के साथ कजरी तीज पर गानों पर ठुमके भी लगाए बोली यह कार्यक्रम हम लोगों के धर्म संस्कृति और हमारे बुजुर्गों से जुड़ा हुआ है आदरणीय रश्मि सिंह भाभी जी ने कहा जब फेसबुक  खोलती हूं तो डॉक्टर रूबी राज सिन्हा को ही सबसे पहले पाती हूं वह इतने सारे क्षेत्र में इतने सारे कार्यक्रम करती हैं अनगिनत कार्यक्रम करती हैं कि गिनती करना मुश्किल है दोनों भाभी लोग ने डॉक्टर रूबी राज सिन्हा को और इंजीनियर प्रशांत प्रवीण सिन्हा को आशीर्वाद दिया 
50 से ज्यादा महिलाओं को अंग वस्त्र गिफ्ट सर्टिफिकेट और सुहाग देकर सम्मानित भी किया गया डॉक्टर रूबी राज सिन्हा ने बताया कि यह त्यौहार हमारी दादी नानी मां से जुड़ा हुआ है हमारे घर आंगन हमारे देश की मिट्टी से जुड़ा हुआ है जब हम लोग छोटे थे तो पेड़ की डाल पर झूला डालकर झूलते थे और हमारी नानी दादी तरह-तरह के पकवान बनाती थी और गांव के गीत गाती थी इस प्रथा को हम महिलाएं आगे बढ़ा रही हैं इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रूप में नवल किशोर टाइम्स के संपादक आदरणीय श्री नवल किशोर भैया आमंत्रित थे किंतु वह व्यस्त होने के कारण इस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाए डॉ रुबी राज  ने बताया कि सभी बहनें अपने घर की रानी है सभी

महिलाओं को एक साथ सम्मान दिया गया किरण दीदी रेनू गुप्ता राम जी नमिता शर्मा विवाह आदि ने जोरदार नृत्य करके

समा बांध दिया खुद डॉक्टर रूबी राज सिन्हा ने नृत्य करके महिलाओं का साथ दिया और सभी बहनों को तीज की शुभकामनाएं दी

Friday, July 26, 2024

किसकी मजाल छेड़े इस दिलेर को गर्दिश में घेर लेते हैं कुत्ते भी शेर को

किसकी मजाल छेड़े इस दिलेर को गर्दिश में घेर लेते हैं कुत्ते भी शेर को 
 
वीरों को मिले भारत रत्न और शहीद का दर्जा 

क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद जी की जयंती पर श्रध्दा सुमन पुष्प अर्पित कर किया याद ,  क्रांतिकारी संगठन आप और हम राष्ट्रीय,,,,,,

 उत्तर प्रदेश  ,
टूंडला  शिखरा आश्रम, विजय दीप जनसेवा केंद्र पर , देश की आजादी के महान 
क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद ,
जी की जयंती  क्रान्तिकारी संगठन आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन द्वारा गुरु नानक रसोई पर  शहीद की जयंती के शुभ अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी की उपस्थिति में एक आयोजित कार्यक्रम रखा गया  
श्री बेदी और दीपक सलूजा पश्चिमी प्रदेश प्रभारी ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित कर नमन किया इसी तरह सभी पदाधिकारियों ने अमर शहीद को नमन कर याद किया ,  
श्री बेदी ने आजाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा 
चन्द्रशेखर 'आजाद (23 जुलाई 1906  को मध्य प्रदेश के भाबरा  नामक गांव में हुआ था वर्तमान में इसका नाम चन्द्रशेखर आजाद नगर है जो मध्य प्रदेश में है 
 गरीबी में इनका पालन पोषण हुआ 
 कुस्ती, तीरंदाजी निशानेबाजी  का शौक था , जब बड़े हुए तो देश को आजाद कराने का सपना उन्होंने अपनी आंखों में छिपाए रखा , 
 गांधी जी द्वारा 1920 में चलाए जा रहे असहयोग आन्दोलन से प्रभावित होकर शामिल हो गए उस वक्त इनकी उम्र 15 वर्ष के आस पास थी  
ब्रिटिश हुकूमत ने कुछ आंदोलन कारियों को गिरफ्तार कर लिया  उसमे आजाद भी थे  जब मजिस्ट्रेट के सामने  इनको पेश किया गया  तो उसने इनसे इनका नाम पूछा  तुम्हारा नाम किया है तो बड़े बेबाकी से बताया , आजाद   पिता का पूछा तो स्वाधीनता बताया उसके बाद घर का  तो जेल खाना बताया अंग्रेज जज आजाद जी के उत्तर सुनकर बौखला गया और नाबालिग देखते हुए 15 कोड़ों की सजा सुनाई , हर कोड़े पर आजाद बंदे मातरम, कहते रहे  , 
 भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला ख़ां,व शहीद  ए आजम  सरदार भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के परम मित्र थे

भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के 
प्रमुख संगठन:
हिदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन-के प्रमुख नेता 
सन् 1922 में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे क्रान्तिकारी गतिविधियों से जुड़ कर हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य बन गये। इस संस्था के माध्यम से राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में पहले 9 अगस्त 1925 को काकोरी काण्ड किया और फरार हो गये। इसके पश्चात् सन् 1927 में 'बिस्मिल' के साथ ४ प्रमुख साथियों के बलिदान के बाद उन्होंने उत्तर भारत की सभी क्रान्तिकारी पार्टियों को मिलाकर एक करते हुए हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन का गठन किया तथा सरदार भगत सिंह के साथ लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला सॉण्डर्स की हत्या करके लिया एवं दिल्ली पहुँच कर असेम्बली बम काण्ड को अंजाम दिया।ऐसा भी कहा जाता हैं कि आजाद को पहचानने के लिए ब्रिटिश हुक़ूमत ने 700 लोग नौकरी पर रखे हुए थे। आजाद के संगठन हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी के सेंट्रल कमेटी मेम्बर वीरभद्र तिवारी अंग्रेजो के मुखबिर बन गया  और  उसने आजाद  जी की मुखबिरी की थी और 27 फरवरी 1931 इलाहाबाद के एल्फ्रेड पार्क में  ब्रिटिश दुश्मनों  ने आजाद को चारों ओर से घेर लिया   तो  भारत मां के लाल ने ललकारते हुए ,कहा  किसकी मजाल ,छेड़े इस दिलेर को , गर्दिश में घेर लेते हैं कुत्ते भी शेर को  
दुश्मनों को ढेर करते हुए भारत मां के इस लाल ने अपनी पिस्तौल की बची आखिरी गोली अपने को मार कर वीर गति को हमेशा के लिए शहीद हो गए। 
   ऐसे महान वीरों को आजाद भारत की सरकारों द्वारा  भारत रत्न और शहीद का दर्जा जैसा सम्मन न देना देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है

उपस्थिति 
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष, दीपक सलूजा पश्चिमी प्रदेश प्रभारी, भुवनेश चंद , जगदीस कुमार , संजीव कुमार, फकीरा भाई ,नकुल  , सरदार इंदर पाल सिंह प्रदेश सचिव , पवन कक्कड़ प्रदेश संगठन मंत्री, दीपक सलूजा पश्चिमी प्रदेश प्रभारी , पवन कक्कड़ सरदार इंदर पाल सिंह ,आदि लोग मौजूद रहे।
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Tuesday, July 23, 2024

हक़ ओ सदाकत पर आप थे खुदा को भी नाज़ था हुसैन पे

हुसैन अलैहिस्सलाम दुनिया की जान है हुसैन आपको दुनिया सलाम कहती है लब पे है ज़िक्र आपका दिल में है ख़्याल आपका और गम है ज़माने को आपका 
हक़ ओ सदाकत पर आप थे 
खुदा को भी नाज़ था हुसैन पे 
सर दे की शहादत कबूल की  नाना की उम्मत के लिऐ बचा गए  दीन ऐ रसूल आज पूरी दुनिया पुकार रही है हुसैन ज़िंदाबाद हुसैन ज़िंदाबाद हर मजहब ओ मिल्लत के लोग करते हैं प्यार हुसैन से दिल में रखते हैं मोहब्बत हुसैन की या रसूल अल्लाह आपके नवासे ने तो देके शहादत दिल जीत लिया दुनिया का हर मज़हब के लोग प्यार करते हैं हुसैन से  हक़ और सदाकत पर अपना सर देकर भी नेज़े पे छोड़ी नहीं  तिलावत कुरान की हमारे प्यारे हिंदुस्तान में बड़ा ही खूबसूरत शानदार एखलाकी ज़िंदिगी है यहां सभी लोग एक दूसरे के मज़हब की इज्ज़त और मोहब्बत करते हैं जब भी मोहर्रम शरीफ आते हैं पूरे हिंदुस्तान में ताज़ीये बनाकर हुसैन अलैहिस्सलाम की याद में गम मनाया जाता है इस दिन जगह जगह आपकी याद में लंगर बनाया जाता है और बड़े अदब और एहतराम से तकसीम व खिलाया जाता है हिंदुस्तान में अजमेर शरीफ ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती हसन संजरी गरीब नवाज़ मैं भी ताज़ीया शरीफ डोले  शरीफ बनाया जाता है आपकी ज़ियारत के लिऐ  अजमेर से ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान से लोग जियारत करने आते हैं ऐसे ही अजमेर शरीफ में अंदर कोट मे पंचायत अंदर कोट यान की तरफ से डोले शरीफ बनाए जाते हैं जिसमें एक खासियत है की बरसों से इसमें तलवारों के साथ सवारी कराई जाती है जिसमें आशिक ऐ हुसैन अपनी दिली अकीदत और आशिकी पेश करते हैं जिसकी इजाज़त जिला प्रशासन की जानिब से होती है जिसमें प्रशासन अपना पूरा इनतेज़ाम बडी ज़िम्मेदारी से करती है ऐसे मौके पर प्रशासनिक अधिकारीयों की मौजूदगी में देख रेख में होता है प्रशासन की जानिब से बेहतरीन इंतेज़ाम के लिऐ बहुत बहुत शुक्रिया अच्छे और बेहतरीन इंतेज़ाम के लिऐ जिला प्रशासन कलेक्टर मोहतरमा डॉक्टर भारती दीक्षित साहिबा को दुपट्टा उड़ाकर कर अजमेर एस पी पुलिस की शान हर दिल अज़ीज़ अपने एखलाकी अंदाज़ से सभी के दिलों पर राज करने वाले जनाब देवेंद्र विश्नोई साहब को साफ़ा शॉल एडिशनल एस पी जनाब संजय  चंपावत साहब और मोआजिज अफसरों के भी साफ़ा शॉल उड़ाया हमारे दरगाह थाने के सी ओ जनाब लक्ष्मण साहब सी आई जनाब नरेन्द्र जाखड़ साहब जनाब बनवारी साहब और थाने के सभी स्टाफ के साफ़ा शॉल उड़ाकर  खालिद खान समाज सेवी ने सम्मान शुक्रिया अदा किया
खालिद खान समाज सेवी 
दुखियों का सहारा वेल फेयर सोसायटी सचिव 
दरगाह थाना सी एल जी सदस्य 
उस्मानिया ख़्वाजा सीनियर सेकेंडरी स्कूल मैनेजिंग कमेटी मेंबर 9649120272 9799371154

शादियां भव्य होती जा रही हैं और रिश्ते खोखले..!

बेतहाशा भोजन की बर्बादी,बढ़ती दहेज संस्कृति,लोगों पर बढ़ता कर्ज...!!

पिछले कुछ वर्षों से वैवाहिक कार्यक्रम भव्यता की ओर बढ़ते दिख रहे हैं!देश के लोग शिक्षा से ज्यादा वैवाहिक कार्यक्रमों पर खर्च करते हैं! हकीकत यह है कि अब शादियां भव्य होती जा रही हैं और रिश्ते खोखले!शादी में किए जाने वाले खर्च को व्यक्ति की प्रतिष्ठा से जोड़ कर देखा जाने लगा है और लोग शादियों में पैसे को पानी की तरह बहाते हैं। शाही शादियों के पीछे एक बड़ा कारण उपभोक्तावाद की बढ़ती प्रवृत्ति और दहेज की लालसा है! जिस तरह से शादियों में दहेज का लालच बढ़ रहा है,उससे यह सवाल उठेगा कि क्या विवाह अपने स्वार्थ के लिए किया गया एक समझौता है! इसके अलावा,अब शादियों को दिखावे और प्रतिस्पर्धा के रूप में भी देखा जाने लगा है!परंपराओं के मुकाबले सब कुछ पूरी तरह बाजारवाद से प्रभावित है! सवाल है कि हमें इससे क्या प्राप्त हुआ,तो जवाब है बेतहाशा भोजन की बर्बादी,बढ़ती दहेज संस्कृति,लोगों पर बढ़ता कर्ज, बेटियों के जन्म को समस्या के रूप में देखा जाना!इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए!!
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